दिल्ली यूनिवर्सिटी में हॉस्टल मिलना ए़डमिशन मिलने से भी ज्यादा बड़ा काम है। डीयू में आधे से ज्यादा स्टूडेंट्स दिल्ली से बाहर के हैं, लेकिन हॉस्टल बहुत कम को ही मिलते हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन से ज्यादा हॉस्टल की रेस मुश्किल है। डीयू में यूजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए दूसरा राउंड चल रहा है। इसके साथ-साथ तमाम कॉलेजों में हॉस्टल की पहली लिस्ट भी आ चुकी है। 29 अगस्त से डीयू में क्लासेज शुरू हो जाएंगी।
डीयू में आधे से ज्यादा स्टूडेंट्स दिल्ली से बाहर के हैं, लेकिन हॉस्टल बहुत कम को ही मिलते हैं। यूनिवर्सिटी के हर कॉलेज में हॉस्टल नहीं हैं। कम सीटों की वजह से ज्यादातर छात्रों के लिए पीजी होम और किराए पर कमरे का ही ऑप्शन बचता है।
हॉस्टलों में करीब 4400 सीटें
डीयू के 20 हॉस्टलों में करीब 4400 सीटें हैं। इनमें से आधी से भी कम सीटों पर फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं। 10% स्टूडेंट्स को भी हॉस्टल नहीं मिल पाता है। यूनिवर्सिटी के 20 हॉस्टल में से 18 हॉस्टल कॉलेजों के हैं और दो यूनिवर्सिटी के हैं। इनमें से एक पीजी और रिसर्च स्टूडेंट्स के लिए है। ज्यादातर हॉस्टल नॉर्थ कैंपस में हैं। इनके अलावा डीयू के 18 कॉलेजों में ही यूजी स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल हैं, जबकि 68 कॉलेज में यूजी प्रोग्राम चलते हैं।
गार्गी यूनिवर्सिटी में हॉस्टल नहीं
इस कड़ी में हरियाणा की रहने वालीं ऋतु त्यागी ने बताया कि उन्हें गार्गी यूनिवर्सिटी में सीट मिल गई है, लेकिन कॉलेज में हॉस्टल नहीं है। यूनिवर्सिटी के यूजी हॉस्टल में सीटें बहुत कम हैं। यह कॉलेज से दूर भी है। इसलिए वह पीजी देख रही हैं। पीजी बहुत महंगे हैं। लेडी श्रीराम कॉलेज के हॉस्टल में 250 सीटें हैं, मगर कॉलेज अलर्ट कर चुका है कि इस सेशन के लिए हॉस्टल नहीं मिल पाएगा।
डीयू में कुछ कॉलेजों में लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए हॉस्टल बने हैं। हालांकि हंसराज और किरोड़ीमल में सिर्फ लड़कों का हॉस्टल है। बाकी सभी कॉलेजों में गर्ल्स हॉस्टल हैं। डीडीयू कॉलेज, हिंदू कॉलेज, रामजस, एसआरसीसी, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, सेंट स्टीफंस में लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए हॉस्टल हैं। डीयू में सुरक्षा के लिहाज से गर्ल्स हॉस्टल की काफी मांग है। इंद्रप्रस्थ कॉलेज, मिरांडा हाउस, दौलतराम कॉलेज, जानकीदेवी मेमोरियल कॉलेज में भी सीटें हैं।
डीयू के वाइस चांसलर प्रो. योगेश सिंह ने क्या कहा?
डीयू में हॉस्टल भी कोर्स और कॉलेज की तरह सीयूईटी मेरिट पर ही मिलता है। डीयू के वाइस चांसलर प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि छात्रों की तादाद के हिसाब से हॉस्टल्स की कमी रहेगी। मगर फिर भी स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए नए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। 161 करोड़ रुपये की लागत से मुखर्जी नगर के ढाका इलाके में गर्ल्स हॉस्टल बनेगा। 6 महीने के भीतर इसका काम शुरू होगा। इसमें 1100 लड़कियां रह सकेंगी। इसके अलावा केंद्र की मदद से इसी इलाके में लड़कियों के लिए एक और हॉस्टल बनेगा। इसके लिए 272 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।